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Jivan Hamara Aaj Se Video (MV)




Performed By: Dada Bhagwan
Language: English
Length: 6:54
Written by: Dada Bhagwan
[Correct Info]



Dada Bhagwan - Jivan Hamara Aaj Se Lyrics
Official




जीवन हमारा आज से
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
दादा की जो भावना है हम सब में आत्मसात हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
छोटे छोटे इन कदमों से भी विश्व का कल्याण हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
इन प्राणों पर तो अब केवल दादा का ही अधिकार हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो
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English

जीवन हमारा आज से
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
दादा की जो भावना है हम सब में आत्मसात हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
छोटे छोटे इन कदमों से भी विश्व का कल्याण हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
इन प्राणों पर तो अब केवल दादा का ही अधिकार हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो
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Writer: Dada Bhagwan
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid

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