जीवन हमारा आज से
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के आधीन हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
दादा की हर एक बात पर अंदर साईन होती है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
आज नहीं तो कल उसको वर्तन में आना ही है
दादा की जो भावना है हम सब में आत्मसात हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
वायु द्वारा चिनगारी से दावाग्नी जल उठती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
जलबिंदु की प्रचंड धारा सृष्टि प्रलय कर सकती है
छोटे छोटे इन कदमों से भी विश्व का कल्याण हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
स्वेच्छा से ये जीवन अपना सेवा में अर्पण किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
मन वचन और काया ये सभी न्योछावर किया है
इन प्राणों पर तो अब केवल दादा का ही अधिकार हो
श्वास और प्रश्वास में दादा पर विश्वास हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
जीवन हमारा आज से दादा के अधीन हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो
श्वास और पश्वास में दादा पर विश्वास हो