हे आसमान
ये वादियाँ
जन्नत मे खोए देखो
हम तुम यहाँ
प्यार यहाँ
ढलता कहाँ
बहती धाराएिं देखो
करती बयान
खामोशियो ने
खींची लकीरें
जिनके अंधार में सिमटा
अपना जहाँ
जबभी अंधेरा
फैलेगा गहेरा
खिलती हुई आए नयी सुबाह
मानो ना
हे आसमान
ये वादियाँ
जन्नत मे खोए देखो
हम तुम यहाँ
प्यार यहाँ
ढलता कहाँ
बहती धाराएिं देखो
करती बयान
खामोशियो ने
खींची लकीरें
जिनके अंधार में सिमटा
अपना जहाँ
जबभी अंधेरा
फैलेगा गहेरा
खिलती हुई आए नयी सुबाह