[ Featuring ]
घणां घणां घिर ए बढ़ावा आजा सजना
घणां घणां घिर ए बढ़ावा आजा सजना
घणां घणां घिर ए बढ़ावा आजा सजना
साँझ घिरे ए तो पुकारू
खो गया हे कहा रे बनवा
साँझ घिरे ए तो पुकारू
खो गया हे कहा रे बनवा
रात आगयी रन्झ च गयी ाघ की सुनु
घणां घणां घिर आआ...
नई रे गए गए
गए रे गए माँ माँ
माँ गए माँ प् प्
प् माँ गए रे सा नई रे सा
नई रे गए गए
गए रे गए माँ माँ
माँ गए माँ प् प्
प् माँ गए रे सा नई रे सा
नई नई नई नई प् माँ प्
माँ प् नई नई ध रे नई सा नई
सा सा सा नई रे ध माँ प् माँ गए रे
गए माँ ध नई सा
गए माँ ध नई सा
गए माँ ध नई सा