चाहे जितना भी जपले माला
होगा कभी तेरा ना भला
चाहे जितना भी जपले माला
होगा कभी तेरा ना भला
मन तो फिरे तेरा चारो दिशा
मन तो फिरे तेरा चारो दिशा
तू जाने ना तुझको जाना कहा
तू जाने ना तुझको जाना कहा
सुनले कबीर वार्ता
यही जीवन को है सवारता
सुनले कबीर वार्ता
सुनले कबीर वार्ता