आ आ आ आ आ
सावन के झूले पड़े
सावन के झूले पड़े
तुम चले आओ
तुम चले आओ
तुम चले आओ
तुम चले आओ
आँचल न छोड़े मेरा
पागल हुई है पवन पवन
आँचल न छोड़े मेरा
पागल हुई है पवन
आ अब क्या करूँ मैं जतन
धड़के जिया जैसे
पंछी उड़े हाँ
सावन के झूले पड़े
तुम चले आओ
तुम चले आओ
दिल ने पुकारा तुम्हे
यादों के परदेस से
हां दिल ने पुकारा तुम्हे
यादों के परदेस से
आ आती है जो देश के
हम उस डगर पे हैं
कबसे खड़े हैं
सावन के झूले पड़े
तुम चले आओ
तुम चले आओ
जब हम मिले पीया
तुम कितने नादान थे
आ आ जब हम मिले पीया
तुम कितने नादान थे
हम कितने अनजान थे
बाली उमरिया में
नैना लड़े हैं
सावन के झूले पड़े
तुम चले आओ
तुम चले आओ
तुम चले आओ
तुम चले आओ