दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
आखिर इस दर्द की दवा क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ार
हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही, ये माजरा क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
मैं भी मुह में ज़बान रखता हूँ
मैं भी मुह में ज़बान रखता हूँ
काश पूछो की मुद्दा क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
हमको उनसे वफ़ा कि है उम्मीद
हमको उनसे वफ़ा कि है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
जान तुम पर निसार करता हूँ
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नहीं जानता दुआ क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
आखिर इस दर्द की दवा क्या है
जान तुम पर निसार करता हूँ
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नहीं जानता दुआ क्या है
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है
आखिर इस दर्द की दवा क्या है