खो के महफ़िल में तेरी सब्रो करार आया हूँ
चंद लमहें तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ
चंद लम्हे तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ
आ आ ज़स्ब है गुंचे मासूम कि नकहत मुझमें
गुम है रंगीन ये गुलज़ार ए मोहब्बत मुझमें
बनके शादाबी ये उनवाने बहार आया हूँ
बनके शादाबी ये उनवाने बहार आया हूँ
चंद लम्हे तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ
वो ही फूलों की मसर्रत वो ही गुंचो की उमंग
वो ही खुशबू वो ही आलम वो ही मस्ती वो ही रंग
बनके सरता बाकदम फसले बहार आया हूँ
बनके सरता बाकदम फसले बहार आया हूँ
चंद लम्हे तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ
हाँ मेरी आँखों से टपकती है मुसलसल मैनाव
मेरी मखमूर निगाहों से उमंडती है शराब
दिल में लेकर असर देखो खुमार आया हूँ
दिल में लेकर अहर देखो खुमार आया हूँ
चंद लम्हे तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ
चंद लम्हे तेरी महफ़िल में गुज़ार आया हूँ