हूँ मैं भटकता फिर रहा
इक दिल था मेरा गिर गया
फ़िज़ाए ग़म की आ गयी मेरे खुदा
है वो नहीं तो मैं नहीं
जीने का मतलब है नहीं
ज़ाया है अब तो हर ख़ुशी मेरे खुदा
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे
बे सच्चेया तू प्यार दिला दे
हैं फासले ये जो भी
अब तू मिटा दे
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे
बे सच्चेया तू प्यार दिला दे
हैं फासले ये जो भी
अब तू मिटा दे
रब्बा मेरा यार मिला दे ए
चाहत मेरी है वही
उस चाहत को अंजाम दे
फिर लकीरें लिख नयी तू
मेरी उसके नाम से
आह आ चाहत मेरी है वही
उस चाहत को अंजाम दे
फिर लकीरें लिख नयी तू
मेरी उसके नाम से
बता किस काम की
रिवायत है तेरी
जो तू ना दे सके
मोहब्बत भी मेरी
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे
वे सच्चेया तू प्यार दिला दे
हैं फासले ये जो भी
अब तू मिटा दे
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे
बे सच्चेया तू प्यार दिला दे
हैं फासले ये जो भी (रब्बा)
अब तू मिटा दे (रब्बा)
परवाह नहीं मुझे मंज़िलों की
राहें चाहे छीन ले
सब कुछ खो के एक मुझको
काफी है अगर वो मिले
है जायज़ तो नहीं
तेरी नाराज़गी
तेरा यूं रूठना
नहीं है लाज़मी
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे
बे सच्चेया तू प्यार दिला दे
हैं फासले ये जो भी
अब तू मिटा दे (हा आ आ आ)
ओ रब्बा मेरा यार मिला दे (हा आ आ आ)
बे सच्चेया तू प्यार दिला दे (हा आ आ आ)
हैं फासले ये जो भी (हा आ आ आ)
अब तू मिटा दे मिला दे (हा आ आ आ)