काँटों के मौसम में फूलों की खुशबू को चुनते रहो
दम भर के साँसों में उम्मीद कोई जगाते रहो
मुश्किल में जीना ना भूलो, कोई गीत सुनते रहो
ये गीत ही है गीत वो
सुना रहा हूँ गीत वो
मैं गा रहा हूँ गीत वो
पत्थर के सीने में दिल की सुरंगें बनाते रहो
ठहरे से पानी में हँसती तरंगें उठाते रहो
मुश्किल में जीना ना भूलो, कोई गीत गाते रहो
मैं गा रहा हूँ गीत वो
सुना रहा हूँ गीत वो
ये गीत ही है गीत वो
आएँगे, फूल भी रंगों के संग आएँगे
आएँगे, फिर हमें जीने के ढंग आएँगे
जीने के ढंग आएँगे
आएँगे फूल भी रंगों के संग, और
आएँगे फिर हमें जीने के ढंग, और
मौसम बदल जाएँगे, मौसम बदल जाएँगे
मौसम बदल जाएँगे
सारे सुर लौट आएँगे
फिर से सारे सुर लौट आएँगे
मैं गा रहा हूँ गीत वो
सुना रहा हूँ गीत वो
ये गीत ही है गीत वो
पत्थर के सीने में दिल की सुरंगें बनाते रहो
काँटों के मौसम में फूलों की खुशबू को चुनते रहो
मुश्किल में जीना ना भूलो