जब से मिली तुझसे नज़र
खुद से भी है दिल बेखबर
जब से मिली तुझसे नज़र
खुद से भी है दिल बेखबर
धुंडे तुझे ही दरबदर
धुंडे तुझे ही दरबदर
मैं और मेरी दीवानगी
मैं और मेरी दीवानगी
मैं और मेरी दीवानगी
आंखों में है अब रात जाएगी
दिल है की पल भर ना लगे
आँखों में है अब रात जाएगी
दिल है की पल भर ना लगे
जब नींद में सो जाये
सब हम जगते है बसाब
रंगेन राते करते हैं
तेरी ही बात करते हैं
एक दसरे रात भर
मैं और मेरी दीवानगी
मैं और मेरी दीवानगी
दुनिया में तू भी खो गई
और दूर मुझसे हो गई
दुनिया में तू भी खो गई
और दूर मुझसे हो गई
अब क्या कहूँ है राख को
आँखों की पागल प्यार को
बरसो हुई तारी जलाक देखी नहीं पर
आज तक तके है रहगुजार
मैं और मेरी दीवानगी
मैं और मेरी दीवानगी