कहीं तो हो रही है साज़िश
हमको मिलाने की
दरमियाँ फासले है उनको मिटाने की
तुझको मेरा बनाने की
मुझको तेरा बनाने की
यूँ हमको करीब लाने की
ख्वाब सजाने की
कोई तो है इस जहाँ में
दिल में इश्क़ जगाने वाला
नफरतों की इस फ़िज़ा में
रूहों को पास लाने वाला
वो जो भी है उसके खेल निराले
उसने ही बनाये अँधेरे उजाले
लबों पे हंसी लाने की
ख्वाब सजाने की
कहीं तो हो रही है साज़िश
हमको मिलाने की
दरमियाँ फासले है उनको मिटाने की
तुझको मेरा बनाने की
मुझको तेरा बनाने की
यूँ हमको करीब लाने की
ख्वाब सजाने की