हे कांची
कांची रे
कांची रे
(?)
हे हो
कड़क धुप और ठंडी छाव
एक अकेली पूरा गाँव
पूछोगे अब उसका नाओ क्या
कांची रे कांची
कांची रे कांची
कांची रे कांची
कांची रे कांची
ओह होहो हो हो हो
कड़क धुप और ठंडी छाव
एक अकेली पूरा गाँव
पूछोगे अब उसका नाओ क्या
कांची रे कांची कांची रे
हा कांची रे कांची कांची रे (कांची रे कांची)
चोटी में वह तूफ़ान बांधे
तूफ़ान बांधे हे
बरखा में वह आग लगाए
आग लगाए हे
तितली है या बिजली है वह
क्या है समझ न आये
Hello जी हाय हाय हाय
नैनो से दुनिया घुमाये
नैनो से दुनिया घुमाये
सीढ़ी साँची बात हमेशा बोली साँची
साँची रे
कांची रे कांची कांची रे
कांची रे कांची कांची रे
साँची तू तो काँच के जैसी
हे हे हे हे
तेज़ भी है पर आंच के जैसी
हे हे हे हे
मेरे देश की लड़की है वो
दुनिया समझ ये जाए
Hello जी हाय हाय हाय
सातों ही रंग वह दिखाए
सारी दुनिया उसके
दिल से परखी जाँची
कांची रे कांची कांची रे
कड़क धुप और ठंडी छाव (कड़क धुप और ठंडी छाव)
एक अकेली पूरा गाँव (एक अकेली पूरा गाँव)
पूछोगे अब उसका नाओ कांची रे (पूछोगे अब उसका नाओ)
कांची रे कांची
कांची रे कांची