हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे हरे .
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
देवी के मठ पै।
शीतला मैय्या की हवेली आलीशान सूफी।
शीतला मैय्या की हवेली आलीशान सूफी।
शीतला मैय्या की हवेली आलीशान सूफी।
शीतला मैय्या की हवेली आलीशान सूफी।
सिन्दूरी चोला लहरावे।
देवी के मठ पै।
सिन्दूरी चोला लहरावे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
सूफी के संग सजी मंडली।
सूफी के संग सजी मंडली।
सूफी के संग सजी मंडली।
सूफी के संग सजी मंडली।
थरिया बेला बजन लागे।
देवी के मठ पै।
थरिया बेला बजन लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
दे एएएएएएएएएए वी वीवीवीवीवीवी के मठ पै।
दे एएएएएएएएएए वी वीवीवीवी के मठ पै।
चटक चुनरिया ओढ़ें लंगुरिया।
चटक चुनरिया ओढ़ें लंगुरिया।
चटक चुनरिया ओढ़ें लंगुरिया।
चटक चुनरिया ओढ़ें लंगुरिया।
मार-मार ताली नचन लागे।
देवी के मठ पै।
मार-मार ताली नचन लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
झोली फैलाएं मैय्या के मँगता।
झोली फैलाएं मैय्या के मँगता।
झोली फैलाएं मैय्या के मँगता।
झोली फैलाएं मैय्या के मँगता।
केश खोल झूमन लागे।
देवी के मठ पै।
केश खोल झूमन लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
हरे-हरे नेजा चढ़न लागे।
देवी के मठ पै।
तेरे भवन में खेलै जोगनी डाटे सै नहीं डट रही आज।
तेरे भवन में खेलै जोगनी डाटे सै नहीं डट रही आज।
तेरे भवन में खेलै जोगनी डाटे सै नहीं डट रही आज।
तेरे भवन में खेलै जोगनी डाटे सै नहीं डट रही आज।
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गीतकार: सूफी परवीन
संगीतकार: सूफी परवीन
भाषा: हिंदी-ब्रजभाषा
मूल तिथि: ४ अक्टूबर २००६
कॉपीराइट: २०१९, सूफी परवीन
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