गीतों में हरदम सरगम तुम्हारी हो
धुन हो तुम्हारी और आवाज़ मेरी
हम सब के जीवन में संगीत प्राण है
आज हम गुनगुनाये प्यार के गीत दोनों
गीतों में हरदम सरगम तुम्हारी हो
धुन हो तुम्हारी और आवाज़ मेरी
अन्दाज़ दो है मगर सुर तो एक है
मिल के हम रोज़ गाये
सुख दुःख में साथी दोनों
लहरे हज़ारो है नदियाँ तो एक है
मिल के हम पार कर ले
जान ए मन आज दोनों