सिलसिला ये चाहत का
न मैंने बुझने दिया
हो ओ ओ ओ हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
सिलसिला ये चाहत का
न मैंने बुझने दिया
ओ पिया, ये दीया
ना बुझा है ना बुझेगा
मेरी चाहत का दीया
मेरे पिया, अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया
इस दिये संग जल रहा
मेरा रोम-रोम-रोम और जिया
अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया
फ़ासला था दूरी थी
फ़ासला था दूरी थी था जुदाई का आलम
इन्तज़ार में नज़रें थीं और तुम वहाँ थे
तुम वहाँ थे तुम वहाँ थे
झिलमिलाते जगमगाते खुशियों में झूम कर
और यहाँ जल रहे थे हम
और यहाँ जल रहे थे हम
फिर से बादल गरजा है गरज गरज के बरसा है
झूम के तूफ़ाँ आया है पर तुझको बुझा नहीं पाया है
ओ पिया ये दिया
चाहें जितना सताये तुझे ये सावन
ये हवा और ये बिजलियाँ
मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया
इस दिये संग जल रहा
मेरा रोम-रोम-रोम और जिया
अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया
सिलसिला ये चाहत का
न दिलसे बुझने दिया
ओ पिया, ये दीया
सिलसिला ये चाहत का
न दिलसे बुझने दिया
ओ पिया, ये दीया
सिलसिला ये चाहत का (ओ पिया)
न दिलसे बुझने दिया (ओ पिया)
पिया