काश फिर से बीते लम्हे
चुरा के वो मै जीयू
काश फिर से पास तुझको
बिठा के मै देख लु
है आयी तेरी यादे
तू फिर धडका दे
नही धडका कही दिनों से दिल मेरा
लफ्जो बिन बाते हा कैसे समझाते
ये खामोशी फासलो की है वजह
काश फिर से बीते लम्हे
चुरा के वो मै जीयू
चाहे मेरा दिल ये
तू चाहे फिर मुझे
मेरी जिंदगी मै
मै रख लु फिर तुझे
तेरे कदमो से
ये राहे फिर जुडे
तेरी हि हवा मै
ये सांसे फिर उडे
है आखो की दुवाये
वो फिर लौट आये
जो पलको से था
रूठा ख्वाब सा
काश फिर से धूप छाव तेरे संग
बांट लु
काश फिर से पास तुझको
बिठा के मै देख लु