कुछ तो है खोया खोया सा
अंदर एक खोखलापन
कहाँ जाऊँ, क्या ढूंढूं
क्या ढूंढना है, ये पता नहीं
कुछ तो है खोया खोया सा
अंदर एक खोखलापन
कहाँ जाऊँ, क्या ढूंढूं
क्या ढूंढना है, ये पता नहीं
सपने मेरे, जो है मेरे सामने
पा लूंगा इन्हें, कभी ना कभी
अगर किस्मत साथ दे मेरी
कुछ तो है खोया खोया सा
अंदर एक खोखलापन
कहाँ जाऊँ, क्या ढूंढूं
क्या ढूंढना है, ये पता नहीं
हे हे नि सा ग म प ग ग म प नि स नि स नि सा म प
सपने अधूरे हैं, ज़िद भी है पूरी
ज़िन्दगी अच्छी चल रही, फिर भी लगे अधूरी
सपने अधूरे हैं, ज़िद भी है पूरी
ज़िन्दगी अच्छी चल रही, फिर भी लगे अधूरी
अपने तो केहते हैं
तू मांग जो माँगना चाहता है
अपने तो केहते हैं
तू मांग जो माँगना चाहता है
पर मांगू क्या उनसे, ये पता नहीं
कुछ तो है खोया खोया सा
अंदर एक खोखलापन
कहाँ जाऊँ, क्या ढूंढूं
क्या ढूंढना है, ये पता नहीं
कुछ तो है खोया सा
अंदर एक खोखलापन(हू हू )
कहाँ जाऊँ,क्या ढूंढना है मुझे ये पता नहीं
ये पता नहीं, ये पता नहीं
ये पता नहीं, ये पता नहीं
ये पता नहीं
ये पता नहीं