बंद आँखें रुकि साँसें
धड़कनो में तुम
तुम से दूर क्या रहूँ
ए हुज़ूर क्या करूं
नज़र आते हो
बस तुम ही तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
नज़र आते हो
बस तुम ही तुम
खुली ज़ुल्फ़ें झुकि पलके
और चाहतो में तुम
तुमको भूल ना सकूँ
ए हुज़ूर क्या करूं
नज़र आते हो (नज़र आते हो)
बस तुम ही तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
नज़र आते हो
बस तुम ही तुम
देख सपना निगाहों में आ आ
ख्वाहिशो में तुम
देख सपना निगाहों में आ आ
ख्वाहिशो में
बस तुम ही तुम
बंद आँखें रुकी साँसें
और धड़कनो में तुम
तुम से दूर क्या रहूँ
ए हुज़ूर क्या करूं
नज़र आते हो (नज़र आते हो)
बस तुम ही तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
तुम बस तुम बस तुम तुम तुम
तुम बस तुम बस तुम
नज़र आते हो (नज़र आते हो)
बस तुम ही तुम
तुम बस तुम बस
बस तुम आ हा
तुम
तुम बस तुम हा
बस तुम आ हा
बस तुम