लगी बुझे नहीं कैसी ये आग है
सूझे कुछ नहीं कैसी ये आस है
हम्म लगी बुझे नहीं कैसी ये आग है
सूझे कुछ नहीं कैसी ये आस है
है क्या ढूँढता फिरे यहा
यहा है बेक़रार दिल ज़रा महकना
ना गम है गुमान ज़रा महकना
है रंगिनियों में डूबा जहां
तू इस लम्हे में समा
ए बेक़रार दिल
है रात ये जगी सी
हैरत ने ठगी सी
जो भी हुई है परछाइयाँ
है बात अनकही सी
और कुछ है कही सी
भूला दो ज़रा परेशानिया
ख्वाबों को जीले हम इस पल में
बाहों में आज को भरले
अपनी हदों से बढ़ के
तू खुद ही को आज़मा ले यहा
ए बेक़रार दिल ज़रा महकना
ना गम ना गुमान ज़रा महकना
है रंगिनियों में डूबा जहां
तू इस लम्हे में समा
ए बेक़रार दिल
है बेक़रार दिल, ए बेक़रार दिल ह
ह ह बेक़रार दिल
ह ह ह ह ह
ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह
राते ये चली चली
रातें ये थमी थमी
खुश दिल कसिस सा ये शमा ऱौनक हँसी लिए
सिर पे ज़मीन लिए
पूछ उस सितारों से अपना पता
ख्वाहीसो को खरचले
आवाज़ जेब में भर ले
ये जो है फ़ासले
है ना क्यूँ मंज़िलों से खफा
ये बेक़रार दिल, ज़रा महकना
ना गम ना गुमान, ज़रा महकना
है रंगिनियों में डूबा जहाँ
तू इस लम्हे में समा
ए बेक़रार दिल
ए बेक़रार दिल
ए बेक़रार दिल
ए बेक़रार दिल