(?) one two three four
(?) one two three four
ज़रा मारा मारा सा जाने क्यों दिल ये
बन बन के बंजारा दरबदर है
भटकता यूँ अवारा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
ज़रा मारा मारा सा जाने क्यों दिल ये
बन बन के बंजारा
दरबदर है भटकता यूँ अवारा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
(?) (आ आ आ)
(?)
वो क्या पता मेरी कदीर क्या है
मैं न जानू लिखा क्या खुदा ने
मैं नए रास्ते ढूंढ़ता हूँ
मिल रहे हैं पुराने ठिकाने
ज़रा मारा मारा सा
जाने क्यों दिल ये बन बन के बंजारा
दरबदर है भटकता यूँ अवारा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा आ आ
आ आ आ आ आ आ
हे मैं कहाँ आ गया हूँ कहाँ से
और न जाने कहाँ जा रहा हूँ
छान के ख़ाक राहों की यूँ ही
यूँ ही जीते चले जा रहा हूँ
ज़रा मारा मारा सा जाने क्यों दिल ये
बन बन के बंजारा दरबदर है
भटकता यूँ अवारा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा
ज़रा ज़रा ज़रा गुमशुदा सा