One two
दरिया, दरिया, बहता चला
बहता चला, किनारे के पास
ना है उम्मीद
ना कुछ पता
लेके चला, बस मिलने की आस
सारे ख्वाबों को छोड़ के
सारी मंज़िलें भूल के
बस पल दो पल मिलने चला
दरिया, दरिया, बहता चला
बहता चला, किनारे के पास
दरिया कभी सोता नही
खोजे दिन रात दो पल की मुलाकात
कैसा यह नाता है समझे नही
पूछो जब इसको तो सुनता नही
सारे कायदे तोड़ के
उसूलों को मोड़ के
बस पल दो पल मिलने चला
दरिया, दरिया, बहता चला
बहता चला, किनारे के पास
ना है उम्मीद
ना कुछ पता
लेके चला बस
मिलने की आस
दरिया दरिया, बहता चला
बहता चला, किनारे के पास