मुबारकें तुम्हें के तुम किसीके नूर हो गए मुबारकें तुम्हें के तुम किसीके नूर हो गए किसीके इतने पास हो के सबसे दूर हो गए अजीब दास्तां है ये कहाँ शुरू कहाँ खतम ये मंज़िलें है कौन सी न वो समझ सके न हम
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मुबारकें तुम्हें के तुम किसीके नूर हो गए मुबारकें तुम्हें के तुम किसीके नूर हो गए किसीके इतने पास हो के सबसे दूर हो गए अजीब दास्तां है ये कहाँ शुरू कहाँ खतम ये मंज़िलें है कौन सी न वो समझ सके न हम