फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ, ओरे पे मोना-ऐ-खुमार (तेरी रेहमतें)
फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ, ओरे पे मोना-ऐ-खुमार
तेरी रेहमतें ही हैं (तेरी रेहमतें ही हैं)
तेरी रेहमतें ही हैं (तेरी रेहमतें)
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें (ओरे पे मोना-ऐ-खुमार)
तेरी निगाहों ने जादू ये कैसा किया
तेरे दीदार से ही मेरी हो सुबाह
दिल के दरीचे हैं, बेहके बगीचे हैं
बस तेरी बंदगी, ना कोई तिश्नगी
होटों पे नाम तेरा
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें (ओरे पे मोना-ऐ-खुमार)
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें (फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ)
फूल बहारों मैं तू, सारे नज़ारों मैं तू
सुबह की किरणों मैं तू, रात के तारों मैं तू
जिस्म के धारों मैं तू, रूह के किनारों मैं तू
सारे कलीसे छाने सारों के सारों मैं तू
कैसी अजब है दास्तान
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें
फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ, ओरे पे मोना-ऐ-खुमार
फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ, ओरे पे मोना-ऐ-खुमार
तेरी पनाहों मैं हूँ, ज़ुल्फ़ों की छाँव में हूँ
रोशन हैं दोनो जहाँ, जो तेरी बाहों में हूँ
तूफ़ की राहों में हूँ, अब मैं खताओं में हूँ
गैर-ओ-हराम है झूठा, फिर भी दुआओं में हूँ
तू ही ज़मीन-ओ-आसमान (तेरी रेहमतें)
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें हैं
तेरी ही रेहमतें हैं, तेरी रेहमतें (तेरी रेहमतें)
फिदाये हुस्न-ऐ-मस्तियाँ, ओरे पे मोना-ऐ-खुमार