बहारें नज़र में समेटें हुए
सितारें बदन पे लपेटें हुए
बहारें नज़र में समेटें हुए
सितारें बदन पे लपेटें हुए
कहाँ जा रही हो ए जान-ए-बहार
पलट कर तो देखो
दीवाने खड़े हम तुम्हारे लिए, बस
तुम्हारे लिए
तुम्हारे लिए
बहारें नज़र में समेटें हुए
सितारें बदन पे लपेटें हुए
कहाँ जा रही हो ए जान-ए-बहार
पलट कर तो देखो
दीवाने खड़े हम तुम्हारे लिए, बस
तुम्हारे लिए
हाँ तुम्हारे लिए
हो तुम्हारे लिए
झूमती हवा सी लहराते हुए
जुल्फ़ो को अपने सहलाते हुए
हाँ झूमती हवा सी लहराते हुए
जुल्फ़ो को अपने सहलाते हुए
फेंके जो तूने तीर-ए-नज़र के
पलट कर तो देखो
घायल खड़े हम तुम्हारे लिए, बस
तुम्हारे लिए
बस तुम्हारे लिए
हाँ बास तुम्हारे लिए
ख़यालों में तेरे जिए जा रहे है
यादों में तेरी पिए जा रहे है
तरसे ये नैना अब दीदार कर दे
पलट कर तो आओ
पागल खड़े हम तुम्हारे लिए, बस
तुम्हारे लिए
हाँ तुम्हारे लिए
हाँ बस तुम्हारे लिए
हाँ तुम्हारे लिए
हो तुम्हारे लिए