[ Featuring Anup Jalota, Shikhar Kumar ]
आइसो रंगड़ा रे सखी मोरे पिया जी
मोहे और कोई रंग भावे ना
नैनो में समाए ऐसे मोरे पिया जी
मोहे और नज़र कुछ आवे ना
ओह हो ओह हो ओह हो ओह हो
सब रंग लगे मोहे फीका
मो पे रंग चढ़ा जो पी का
सब रंग लगे मोहे फीका
मो पे रंग चढ़ा जो पी का (ओ ओ ओ)
पिया पिया जिया बोले मतवाला मन डोले
हो गयी मैं बावरी
केसरिया बालम
ना जाने जाने कैसी जादूगरी
केसरिया बालम
ना जाने जाने कैसी जादूगरी
सब रंग लगे मोहे फीका
आ आ आ आ आ आ आ आ
जब से साजन है हम से मिला
तन मन मोरा लागे खिला खिला
पतझड़ भी लगे गुलशन गुलशन
सारा आलम मधुबन मधुबन
तीखा भी लगे अब मीठा
मो पे रंग चढ़ा जो पी का
तीखा भी लगे अब मीठा
मो पे रंग चढ़ा जो पी का (ओ ओ ओ)
पिया पिया जिया बोले मतवाला मन डोले
हो गयी मैं बावरी
केसरिया बालम
ना जाने जाने कैसी जादूगरी
केसरिया बालम
ना जाने जाने कैसी जादूगरी
सब रंग लगे मोहे फीका
नि नि नि दा नि नि पा नि नि सा रे नि दा नि नि दा
नि नि नि दा नि नि पा नि नि सा रे नि दा नि नि दा
नि नि नि दा नि नि पा नि नि सा रे नि दा नि नि दा
सा रे पा गा आ आ आ आ आ आ
जब तक ना उन से नैन मिले
तब तक ना हमको चैन मिले
ना दिन गुज़रे ना रैन कटे
धड़कन बस उनका नाम रटे
यह खुमार है छाया उसीका
मो पे रंग चढ़ा जो पी का
यह खुमार है छाया उसीका
मो पे रंग चढ़ा जो पी का (हो हो हो)
पिया पिया जिया बोले मतवाला मन डोले
हो गयी मैं बावरी
केसरिया बालम (केसरिया बालम)
ना जाने जाने कैसी जादूगरी (ना जाने जाने कैसी जादूगरी)
सब रंग लगे मोहे फीका