[ Featuring Sukriti Kakar ]
जुती कसूरी, पेरी ना पूरी
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
बड़ी माश-हूर है ये हूर बोले दुनिया
तभी आया तू मिलने दूउर से ओये मुंडेया
ना मुझको यूń तू ऐसे घूर नि मरजानिये
कहीं दिल हो ना जाए चूर मेरे दिल दी रानिये
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
रह जेया तू मेरे नाल नाल वे
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
कर दे बहाल हाल चाल वे
जुती कसूरी, पेरी ना पूरी
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
गुज़र जाए अगर तू पास से ओये सोहनिए
फिसल जाए मेरी तो साँस हे मनमोहनिये
संभाले जा तू सांसो को ओह मजनू मेरेया
की मैने मारनी अब रोज़ तेरे दिल दी गेदियाń
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
रह जेया तू मेरे नाल नाल वे
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
कर दे बहाल हाल चाल वे
हूँ ते गॉल पूरी आए
मिलना दस्तूरी आए
कर गया तीर मेरे दिल के पार वे
हूँ ते गॉल पूरी आए
मिलना दस्तूरी आए
सर चढ़ा इश्क़ का हूमें बुखार वे
जुती कसूरी, पेरी ना पूरी
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
हाए रब्बा वे सानु तुरना पेया
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
रह जेया तू मेरे नाल नाल वे
दफ़ा कर दे ये दुरी
फ़ना कर दे मजबूरी
कर दे बहाल हाल चाल वे