मौसमो की तरह बदलता है ज़िन्दगी सदा
हर पल की तरह देता रहा ज़िन्दगी सजा
खुद के घुटन में मैं तो घुटते रहा सदा
मैं तो चल परा सदा
ओ मैं तो चल परा सदा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
मैं तो चल परा सदा
ओ मैं तो चल परा सदा
चालसाज़ो की चालसाज़ी चलता रहा
मैं तो खुद अपनी तरह ही जीता अब रहा
मुझको रोकेगा कौन मैं तो बरता चला
मैं तो चल परा सदा
ओ मैं तो चल परा सदा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
मैं तो चल परा सदा
ओ मैं तो चल परा सदा
ओ... ओ...ओ
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
न डर तू
न रुक तू
बरता ही चला जा
ज़िन्दगी देगा मौका
करता ही चला जा
ओ... ओ...ओ
ओ...ओ...ओ
ओ...ओ...ओ