है यही गुज़ारिश
के वक़्त थम जाए
ज़िद ये तेरी आज मेरी
कहीं जां ना ले जाए
है यही गुज़ारिश
के वक़्त थम जाए
ज़िद ये तेरी आज मेरी
कहीं जां ना ले जाए
जज़बात की स्याही
मेरा काजल बन जाए
बाहों में ऐ काश
तेरी मेरी रात गुज़र जाए
रुक जाऊं, ठहर जाऊं
दिल कुछ देर संभल जाए
पल दो पल जी लूं मैं
फिर जां मेरी ये निकल जाए
रुक जाऊं, ठहर जाऊं
दिल कुछ देर संभल जाए
पल दो पल जी लूं मैं
फिर जां मेरी ये निकल जाए
भीगी पलकों में तस्वीर है तेरी
बस जाएं यूं ही आंखों में तू मेरी
चांदनी रातों में भी क्यों जलती हूं
हल्की, हल्की
ख्वाहिश यही है मेरी
तू सागर बन जाए
भीग जाऊं आज तुझमे
अगन मेरी बुझ जाए
रुक जाऊं, ठहर जाऊं
दिल कुछ देर संभल जाए
पल दो पल जी लूं मैं
फिर जां मेरी ये निकल जाए
रुक जाऊं, ठहर जाऊं
दिल कुछ देर संभल जाए
पल दो पल जी लूं मैं
फिर जां मेरी ये निकल जाए
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ