ये इंतजार गलत है के शाम हो जाये
जो हो सके तो अभी दौर-ए-जाम हो जाये
मुझ जैसे रिंद को भी तूने हश्र मे या रब
बुला लीया है तो, कुछ इंतजाम हो जाये
हुई महँगी बहत ही शराब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
पियो लेकिन रखो हिसाब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
हुई महँगी बहत ही शराब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
गम का दौर हो या हो खुशी, समा बाँधती है शराब
गम का दौर हो या हो खुशी, समा बाँधती है शराब
गम का दौर हो या हो खुशी, समा बाँधती है शराब
एक मशवरा है जनाब के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
हुई महँगी बहत ही शराब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
दिल के जख्मो को सीना क्या, पीने के लिये जीना क्या
दिल के जख्मो को सीना क्या, पीने के लिये जीना क्या
दिल के जख्मो को सीना क्या, पीने के लिये जीना क्या
फुक डाले जिगर को शराब के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
हुई महँगी बहत ही शराब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
दिलबर की बातो मे नशा, जुल्फों मे नशा आंखो मे नशा
दिलबर की बातो मे नशा, जुल्फों मे नशा आंखो मे नशा
दिलबर की बातो मे नशा, जुल्फों मे नशा आंखो मे नशा
मय से बढ़के उसका शबाब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
हुई महँगी बहत ही शराब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
पियो लेकिन रखो हिसाब, के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो
के थोड़ी-थोड़ी पिया करो