इंतेज़ारे सब्बा रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा रहा बरसो
एक दरीचा खुल्ला रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा रहा बरसो
एक दिन उसका प्यार बरसा था
एक दिन उसका प्यार बरसा था
और मैं भीगता रहा बरसो
और मैं भीगता रहा बरसो
एक दरीचा खुल्ला रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा
उनको आँखों के जाम याद रहें
उनको आँखों के जाम याद रहें
बिन पीए भी नशा रहा बरसो
बिन पीए भी नशा रहा बरसो
एक दरीचा खुल्ला रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा
तब कहीं जाके एक गाज़ल लिखी
तब कहीं जाके एक गाज़ल लिखी
मैं तुझे सोचता रहा बरसो
मैं तुझे सोचता रहा बरसो
एक दरीचा खुल्ला रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा
फ़ासले कम ना हो सके केसआर
फ़ासले कम ना हो सके केसआर
आम ना सामना रहा बरसो
आम ना सामना रहा बरसो
एक दरीचा खुल्ला रहा बरसो
इंतेज़ारे सब्बा .