ज़िन्दगी में पहली फ़रमाइश की तरह
मौत से पहले आखरी ख्वाहिश की तरह देखने पे दिख जाये उस आइने की तरह
सर झुक जाए उस दुआ की तरह तू मिल जाए मुझे एक पल के लिए नसीब की तरह, नसीब की तरह
जब भी मोहब्बत हो जितनी भी बार हो
तुझसे ही हो, तुझसे ही हो उस यकीन की तरह
जो इश्क़ हुआ जो इश्क़ हुआ,जो इश्क़ हुआ तुझसे हुआ तुझसे हुआ, तुझसे हुआ तेरे सिवा तेरे सिवा, तेरे सिवा वो फिर किसी से न हुआ वो फिर किसी से न हुआ
जो इश्क़ हुआ जो इश्क़ हुआ,जो इश्क़ हुआ तुझसे हुआ तुझसे हुआ, तुझसे हुआ तेरे सिवा तेरे सिवा, तेरे सिवा वो फिर किसी से न हुआ वो फिर किसी से न हुआ
बस तेरा ही प्यार समाया रहे मेरी रूह में
मुझे कुछ भी हो जाये तो गम नहीं
जिस्म से नही मैं तो तेरी रूह से प्यार करूँ, प्यार करूँ
जो आज तक न टूटा उस यकीन की तरह
जो कभी न मिला उस सुकून की तरह
मिल जाए तू मुझे ख्वाब में नींद की तरह, नींद की तरह
जो इश्क़ हुआ जो इश्क़ हुआ,जो इश्क़ हुआ तुझसे हुआ तुझसे हुआ, तुझसे हुआ तेरे सिवा तेरे सिवा, तेरे सिवा वो फिर किसी से न हुआ वो फिर किसी से न हुआ
जो इश्क़ हुआ जो इश्क़ हुआ,जो इश्क़ हुआ तुझसे हुआ तुझसे हुआ, तुझसे हुआ तेरे सिवा तेरे सिवा, तेरे सिवा वो फिर किसी से न हुआ वो फिर किसी से न हुआ