तेरे हवाले है, ये ज़िंदगी मेरी
तेरे उजाले से सब राहे हैं यहा
अपने नसीब का मैं बादशाह नहीं
तु मेरी शाम हैं, तु ही मेरी सुबह
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
शोर आया ऐसे तो, तु बेफिक्र हैं क्यूं
शरमाई मंजिले, तु बेख़बर है क्यूं
रंगो से दोस्ती है मैंने भी करी
क्या है तु सोचती, मुझको भी तो बता
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया
फिकर के दिन, और रातें
ढल गया सूरज कहाँ
फिजूल की थी बातें
खो गए थे हम जाने कहाँ
तुने कहा, मैंने सुन लिया
तुने कहा, मैंने सुन लिया