गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
जब तुम मुझे ढूंढोगे आँखों में नामी होगी
मेह्सून तुम्हे हरदम फिर मेरी कमी होगी
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
आकाश पे जब तारे संगीत सुनायेंगे
बीते हुए लम्हों को आँखों में सजायेंगे
तन्हाई के शोलों से जब आग लगी होगी
महसूस तुम्हे मेरी कमी होगी
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
जब तुम मुझे ढूंढोगे आँखों में नामी होगी
मेह्सून तुम्हे हरदम फिर मेरी कमी होगी
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
सावन की हवाओं का जब शोर सुनोगे तुम
बिखरे हुए माजी के औराक़ चुनोगे तुम
माहौल के चेहरे पर जब धुल जमी होगी
महसूस तुम्हे हरदम फिर मेरी कमी होगी
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
जब तुम मुझे ढूंढोगे आँखों में नामी होगी
मेह्सून तुम्हे हरदम फिर मेरी कमी होगी
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में
गुलशन की बहारों में रंगीन नजारों में