जीयू या मार जाउ मैं
तेरा नाम लेना है गुनाह
खुद के क़ाबिल क्या बनू (ऊ ऊ ऊ)
तेरी आँखों में गिर रहा (तेरी आँखों में गिर रहा)
मैं भी तारों में खोजू
क्या लिखा ऐसे रोए मैं और तू
हा क्यूँ (हा क्यूँ)
जाने कैसी मजबूरी में सदा (ऊ ऊ ऊ)
रहते है हम क्यूँ
हा क्यूँ
तेरी बाहों में मिला था सुकून
तू जाने ना रहे मैं तेरा ही रहूं
ह्म ह्म
खो गये हम हुज़ूर
भला इसमें मेरा क्या कसूर
ह्म ह्म ने ना र ना हम्म ह्म न