तेरे हसीं बदन में जो दिल भी हसीं होता
तेरे हसीं बदन में जो दिल भी हसीं होता
फिर कोई तेरे मुकाबिल दुनिया में नहीं होता
तेरे हसीं बदन में
आँखे बड़ी बड़ी है फिर संगदिल है कैसे
फिर संगदिल है कैसे
है बदन तो फूलजैसा है बदन तो फूल जैसा
फिर संगदिल है कैसे कोमल कली के जैसा जो
दिल भी कही होता
फिर कोई तेरे मुकाबिल दुनिया में नहीं होता
तेरे हसीं बदन में जो दिल भी हसीं होता
तेरे हसीं बदन में
सीखा सिंगर तुमने तुझे प्यार क्यों न आया
तुझे प्यार क्यों न आया
इंकार तो है आता इंकार तो है आता
इकरार क्यों न आया जैसा लिबास तेरा
एहसास कही होता
फिर कोई तेरे मुकाबिल दुनिया में कही होता
तेरे हसीं बदन में जो दिल भी हसीं होता
फिर कोई तेरे मुकाबिल दुनिया में नहीं होता
तेरे हसीं बदन में