गाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है
काहे छलके नैनों की गगरी काहे बरसे जल
तुम बिन सूनी साजन की नगरी परदेसिया घर चल
प्यासे हैं दीप नयन के, तेरे दर्शन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के सजन घर जाना है
लुट न जाए जीवन का ढेरा मुझको है ये ग़म
हम अकेले, ये जग लुटेरा बिछड़ें न मिलके हम
बिगड़े नसीब न बनके ये दिन जीवन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है
डोले नयना प्रीतम के द्वारे मिलने की ये धुन
बालम तेरा तुझको पुकारे याद आनेवाले सुन
साथी मिलेंगे बचपन के खिलेंगे फूल मन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है