दुल्हन से तुम्हारा मिलन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
बाँहों में चाँदी का बदन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
दुल्हन से तुम्हारा मिलन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
चाँद परी है चंचल है वो तेरी है चितचोर
चाँद परी है चंचल है वो तेरी है चितचोर
मुखड़े को ही तकते-तकते हो जाएगी भोर
गोरे तन का तुम्हें दरशन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
बाँहों में चाँदी का बदन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
वो है मेरी पद्मिनिया और तू बाँका राजपूत
वो है मेरी पद्मिनिया और तू बाँका राजपूत
गज़ भर की छाती रखता है दिल भी रख मजबूत
नयनों-नयनों में रण होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
बाँहों में चाँदी का बदन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो
दुल्हन से तुम्हारा मिलन होगा
ओ मन थोड़ी धीर धरो