ए प्यासे दिल बेजुबान तुझको ले जाऊं कहां
ए प्यासे दिल बेजुबान तुझको ले जाऊं कहां
आग को आग में ढाल के
कब तक जी बहलाएगा
ए प्यासे दिल बेजुबान
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद किया
चाहत के वीराने को उनके गम से आबाद किया
घटा झुकी और हवा चली तो हमने किसी को याद किया
चाहत के वीराने को उनके गम से आबाद किया
है प्यासे दिल बेजुबान मौसम की यह मस्तियां
आग को आग में ढाल के कब तक जी बहलाएगा
ए प्यासे दिल बेजुबान
तारे नहीं अंगारे हैं वह अब चांद भी जैसे जलता है
नींद कहां सीने पर कोई भारी कदमों से चलता है
तारे नहीं अंगारे हैं वह अब चांद भी जैसे जलता है
नींद कहां सीने पर कोई भारी कदमों से चलता है
ए प्यासे दिल बेजुबान
दर्द है तेरी दास्तां
आग को आग में ढाल के
कब तक जी बहलाएगा
ए प्यासे दिल बेजुबान
कहां वह दिन अब कहां हो रातें तुम रूठे किस्मत रूठी
गैर से भेज छुपाने को हम हंसते फिरे हसी झूठी
ए प्यासे दिल बेजुबान लूट गया तेरा जहा