पपीहा रे
मेरे पिया से कहियो जाए
मेरे पिया से कहियो जाए
मैं हूँ कितनी पास पिया के
फिर भी कितनी दूर
फिर भी कितनी दूर
एक नदी के दो किनारे
एक नदी के दो किनारे
मिलने से मजबूर हाय
मिलने से मजबूर
पलक झरोखे अखियाँ देखे
निस दिन आस लगाए
निस दिन आस लगाए
पपीहा रे पपीहा रे
पपीहा रे
मेरे पिया से कहियो जाए
मेरे पिया से कहियो जाए
आज किधर मैं चली अकेली
काँप रही मेरी जीवन बेली
आज किधर मैं चली अकेली
अगर मेरा दीपक बुझ जाए
किसी पेड़ के नीचे
प्यारे पापिहा सजन से कहना
प्यारे पापिहा सजन से कहना
उनका दामन खींचे
उनका दामन खींचे
तेरे याद मे राधा मर गई
दिल का दर्द छुपाए
दिल का दर्द छुपाए
पपीहा रे पपीहा रे
पपीहा रे
मेरे पिया से कहियो जाए
मेरे पिया से कहियो जाए