तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो राधे
मेरी मन मीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो राधे
मेरी मन मीत हो
तुम प्रेम हो
तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी
का गीत हो
परमात्मा का स्पर्श हो
राधे
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हृदय का हर्ष हो
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हृदय का हर्ष हो
तुम हो समपर्ण का शिखर
तुम हो समपर्ण का शिखर
तुम ही मेरा उतकर्ष हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मेरी भावना की तुम
राधे जीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो
हु मैं जहाँ तुम हो वहा
राधा
हु मैं जहाँ तुम हो वहा
तुम बिन नही है कुछ यहाँ
हु मैं जहाँ तुम हो वहा
तुम बिन नही है कुछ यहाँ
मुझमे धडकती हो तुम्ही
मुझमे धडकती हो तुम्ही
तुम दूर मुझसे हो कहा
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो राधे
मेरी मन मीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो
नट नागर मोहन गिरधारी
नट नागर मोहन गिरधारी
राधा रानी बात टके टिहरी
राधा रानी बात टके टिहरी
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)
राधा कृष्णा (आ आ)