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Mohammed Rafi - Taarif Karoon Kya Uski Lyrics



Mohammed Rafi - Taarif Karoon Kya Uski Lyrics
Official




ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

एक चीज़ क़यामत सी है लोगों से सुना करते थे
तुम्हें देख के मैंने माना वो ठीक कहा करते थे
वो ठीक कहा करते थे
है चाल में तेरी ज़ालिम कुछ ऐसी बला का जादू
सौ बार सम्भाला दिल को पर हो के रहा बेकाबू
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का

हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का
साया है तेरे बालों का
तू बलखाती एक नदिया हर मौज तेरी अंगड़ाई
जो इन मौजों में डूबा उसने ही दुनिया पाई
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

मैं खोज में हूँ मंज़िल के और मंज़िल पास है मेरे
मुखड़े से हटा दो आंचल हो जाएँ दूर अंधेरे
हो जाएं दूर अंधेरे
माना के ये जलवे तेरे कर देंगे मुझे दीवाना
जी भर के ज़रा मैं देखूँ अंदाज़ तेरा मस्ताना
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने
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ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

एक चीज़ क़यामत सी है लोगों से सुना करते थे
तुम्हें देख के मैंने माना वो ठीक कहा करते थे
वो ठीक कहा करते थे
है चाल में तेरी ज़ालिम कुछ ऐसी बला का जादू
सौ बार सम्भाला दिल को पर हो के रहा बेकाबू
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का

हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का
साया है तेरे बालों का
तू बलखाती एक नदिया हर मौज तेरी अंगड़ाई
जो इन मौजों में डूबा उसने ही दुनिया पाई
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया

मैं खोज में हूँ मंज़िल के और मंज़िल पास है मेरे
मुखड़े से हटा दो आंचल हो जाएँ दूर अंधेरे
हो जाएं दूर अंधेरे
माना के ये जलवे तेरे कर देंगे मुझे दीवाना
जी भर के ज़रा मैं देखूँ अंदाज़ तेरा मस्ताना
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने
[ Correct these Lyrics ]
Writer: O P Nayyar, S H Bihari
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - Taarif Karoon Kya Uski Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mohammed Rafi
Length: 5:27
Written by: O P Nayyar, S H Bihari

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