ओ लक्ष्मी ओ सर्सू ओ शीला ओ रजनी
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू ओ शीला ओ रजनी
देखो क्या क्या लेकर आया ये मौसम इस बार
वो गुलाब भी खिलेगा शायद
जिसका नाम है प्यार ओ लक्ष्मी ओ सर्सू
आ गयी चंचल हवाए गीत गाने
दिल की दुनिया मे नयी हलचल मचाने
प्यार के दिन है मोहब्बत के जमाने
चुप ना बैठो तुम भी छेड़ो ये तराने
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू ओ शीला ओ रजनी
ओ देखो क्या क्या लेकर आया ये मौसम इस बार
वो गुलाब भी खिलेगा सायद जिसका नाम है प्यार
ओ लक्ष्मी ओ शीला
जिंदगी अरमान बन कर गुनगुनाई
एक नयी पहचान बनकर मुस्कुराइ
बेखुदी ये किस जहा मे खिच लाई
हर तरफ से बस यही आवाज़ आई
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू ओ शीला ओ रजनी
ओ देखो क्या क्या लेकर आया ये मौसम इस बार
वो गुलाब भी खिलेगा सायद जिसका नाम है प्यार
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू
हम से भी कुछ कह रही है ये फ़िज़ाए
सब्र दिल का आज़माती है घटाए
छेड़ती है हमको भी नटखट अदाए
फिर भी क्यू मजबूर है हम क्या बताए
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू
ओ लक्ष्मी ओ सर्सू ओ शीला ओ रजनी
देखो क्या क्या लेकर आया ये मौसम इस बार
वो गुलाब भी खिलेगा सायद जिसका नाम है प्यार