मेरे प्यार मे तुझे क्या मिला
तेरे दिल का फूल ना खिल सका
मेरे प्यार मे तुझे क्या मिला
तेरा रंग रूप उजड़ गया
के हसीन चेहरा उतर गया
ना बहार है ना सिंगार है
ना कोई खुशी ना करार है
मुझे अपने आप से है गीला
मेरे प्यार मे तुझे क्या मिला
रही दिल की दिल ही मे हसरतें
बनी ज़हर प्यार की राहते
तुझे खा गयी ये प्यार की खामोशियाँ
बनी चूड़ीयां तेरी बेड़ियाँ
के गामो पे कुछ भी ना बस चला
मेरे प्यार मे तुझे क्या मिला
मेरे दिल यहाँ से तू चल कहीं
मुझे कोई जीने का हक नही
मैं करूँगा तेरा ही ख़ात्मा
तेरे साथ अपना भी ख़ात्मा
मेरा आज है यही फ़ैसला
यही फ़ैसला
यही फ़ैसला
यही फ़ैसला