मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
मै वो शीशा हो के जिसमे कोई तस्वीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
नज़रे आवारा दिल आवारा कदम आवारा
नज़रे आवारा
नज़रे आवारा दिल आवारा कदम आवारा
जाने कब तक में फिरूंगा युही मारा मारा
जो मुझे रोक ले ऐसी कोई जंजीर नहीं
मै वो शीशा हो के जिसमे कोई तस्वीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
कितने अफसाने निगाहों से कहे है मैंने
कितने अफसाने
कितने अफसाने निगाहो से काहे है मैंने
कितने ग़म ऐसे है जो हास्के साहे है मैंने
कितने ख्वाब ऐसे है जिनकी कोई ताबीर नहीं
मै वो शीशा हो के जिसमे कोई तस्वीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
एक से एक हसी मेरी नजर से गुज़रा
एक से एक
एक से एक हसी मेरी नजर से गुज़रा
बिजलिया टूट पड़ी दिल पे जिधर से गुज़रा
क्या करूँ में के मेरी आह में तासीर नहीं
मै वो शीशा हो के जिसमे कोई तस्वीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं
मै वो शीशा हो के जिसमे कोई तस्वीर नहीं
मेरा बन जाये कोई ये मेरी तक़दीर नहीं