मैं अपने आप से घबरा गया हू
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
मैं अपने आप से घबरा गया हू
घबरा गया हू
मैं अपने आप से घबरा गया हू
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
कहाँ से ये फरेबे-ए-आरज़ू मुझको कहाँ लाया
जिसे मैं पूजता था आज तक निकला वो इक साया
ख़ता दिल की है मैं शर्मा गया हू
मैं अपने आप से घबरा गया हू
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
बड़े ही शौक से एक ख्वाब मे खोया हुआ था मैं
अजब मस्ती भरी एक नींद मे सोया हुआ था मैं
खुली जब आँख तो थरार गया हू
थरार गया हू
मैं अपने आप से घबरा गया हू
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
मुझे ए ज़िंदगी दीवाना कर दे
दीवाना कर दे
दीवाना कर दे