Back to Top

Lelo Ji Gubbare Video (MV)






Mohammed Rafi - Lelo Ji Gubbare Lyrics
Official




ले लो जी हमारे गुब्बारे प्यारे प्यारे
ये धरती ये फूल गगन के है तारे

ओ मेरे नन्हे राजा इनको लेना मत भूल
इनकी पीठ पे बीते तो ले जाए तुझे एक फूल
झगड़ते ये बच्चे
ये तीनो के कच्चे
तेरे यार सचे ना तेरे ये कच्चे
ये इन्सा से अच्छे है तोड़े से बच्चे
ये इन्सा से अच्छे है तोड़े से बच्चे
करे ये इशारे के हम है तुम्हारे
ये धरती ये फूल गगन के है तारे

प्रेम भरा एक खत लिख कर
बाधो साजन के नाम
सबसे ऊची खिड़की पर
पहुचा ना इनका काम
ये जाए चोरी चोरी
काहे गोरी गोरी
ये चंदा की पोरी ये नखरो की बोरी
भूलता है चिकोरी चली आ
चली आ चली आ चोरी चोरी
ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ओ ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ये धरती के फूल गगन के है तारे

बेचु गुब्बारे द्वारे द्वारे
खाउ में सुखी रोटी
काले धंधे क्यू करू में
मुझे काफ़ी एक लंगोटी
वतन के जो धंधे करे काले धंधे
करम इनके गंदे करे हाल मन्दे
ये खा जाए चंदे
बुरे है बुरे है बुए है इनके धंधे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये धरती के फूल गगन के है तारे
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ले लो जी हमारे गुब्बारे प्यारे प्यारे
ये धरती ये फूल गगन के है तारे

ओ मेरे नन्हे राजा इनको लेना मत भूल
इनकी पीठ पे बीते तो ले जाए तुझे एक फूल
झगड़ते ये बच्चे
ये तीनो के कच्चे
तेरे यार सचे ना तेरे ये कच्चे
ये इन्सा से अच्छे है तोड़े से बच्चे
ये इन्सा से अच्छे है तोड़े से बच्चे
करे ये इशारे के हम है तुम्हारे
ये धरती ये फूल गगन के है तारे

प्रेम भरा एक खत लिख कर
बाधो साजन के नाम
सबसे ऊची खिड़की पर
पहुचा ना इनका काम
ये जाए चोरी चोरी
काहे गोरी गोरी
ये चंदा की पोरी ये नखरो की बोरी
भूलता है चिकोरी चली आ
चली आ चली आ चोरी चोरी
ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ओ ये खिड़की के नीचे तुम्ही को पुकारे
ये धरती के फूल गगन के है तारे

बेचु गुब्बारे द्वारे द्वारे
खाउ में सुखी रोटी
काले धंधे क्यू करू में
मुझे काफ़ी एक लंगोटी
वतन के जो धंधे करे काले धंधे
करम इनके गंदे करे हाल मन्दे
ये खा जाए चंदे
बुरे है बुरे है बुए है इनके धंधे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये जाएँगे मिल के जहनुम मे सारे
ये धरती के फूल गगन के है तारे
[ Correct these Lyrics ]
Writer: HEMANT KUMAR, RAJA MEHDI ALI KHAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet