भक्तो की लाज बचाई, ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
भक्तो की लाज बचाई, ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
तब तब तेरा दर्शन पाया, जब जब आश लगाई
ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
भक्तो की लाज बचाई ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
जय घनश्याम जय जय घनश्याम
जय जय श्याम श्याम
दर तेरे का द्वारपाल हू, आया मैं झोली फैलाये
दर तेरे का द्वारपाल हू, आया मैं झोली फैलाये
ओ लोभी जग का वातावरण प्रभु मेरे निकट ना आए
पथ पे तेरे इन नैनो ने प्रेम की ज्योत जलाई
ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
भक्तो की लाज बचाई ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
जय घनश्याम जय जय घनश्याम
जय जय श्याम श्याम
सांझ भोर अपने आगन मे तेरे दर्शन पाऊ
सांझ भोर अपने आगन मे तेरे दर्शन पाऊ ओ
निश दिन तेरे चरणों मे प्रभु अपना शीश झुकोउ
पल भर भी अब सही ना जाए
मुझसे तेरी जुदाई
ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
भक्तो की लाज बचाई ओ मेरे कृष्ण कन्हाई