Back to Top

Naya Saal Naye Sapne Video (MV)




Performed By: Mayank Katyal
Length: 3:14
Written by: Mayank Katyal




Mayank Katyal - Naya Saal Naye Sapne Lyrics
Official




धीमे धीमे धीमे धीमे चलना छोड़के अब
उँची उँची उँची उड़ाने तू भरले
हौले हौले हौले पंखों को टांग ले फिर
उँची उँची उँची उड़ाने तू भरले
डर के साथ, जीना भी जीना है क्या
डर के पार, एक है नया जहाँ
आकर जीत सर झुकाए, कुछ ऐसा तू कर दिखा
तू अभी अंगार है, ज्वाला भड़कती बन जा
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
परेशान है क्यूँ, जो कुछ बात बिगड़ी है
आस पास देख इसमें कुछ तो होगा सही
कितनो ने दिल तोडा, रास्तो ने छोड़ा है पर
कत्याल तू रुकना नहीं
जो होना था वो हो गया जो खोना था वो खो गया
ये रोना बोहोत हो गया अब जाने दे
ज़िंदगी ये ख़ास है हरपाल नयी तलाश है
ये अंदर की आवाज़ है इसे आने दे
डर के साथ, जीना भी जीना है क्या
डर के पार, एक है नया जहाँ
आकर जीत सर झुकाए, कुछ ऐसा तू कर दिखा
तू अभी अंगार है, ज्वाला भड़कती बन जा
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
यॅ ए यॅ ए ए यॅ ए यॅ ए ए
ये दिन नये लाएँगे
ये धुन नयी सुनाएँगे
नये रंग फैलाएंगे नया साल नये सपने
नये साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
ये दिन नये लाएँगे
ये धुन नयी सुनाएँगे
नये रंग फैलाएंगे
नया साल नये सपने
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




धीमे धीमे धीमे धीमे चलना छोड़के अब
उँची उँची उँची उड़ाने तू भरले
हौले हौले हौले पंखों को टांग ले फिर
उँची उँची उँची उड़ाने तू भरले
डर के साथ, जीना भी जीना है क्या
डर के पार, एक है नया जहाँ
आकर जीत सर झुकाए, कुछ ऐसा तू कर दिखा
तू अभी अंगार है, ज्वाला भड़कती बन जा
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
परेशान है क्यूँ, जो कुछ बात बिगड़ी है
आस पास देख इसमें कुछ तो होगा सही
कितनो ने दिल तोडा, रास्तो ने छोड़ा है पर
कत्याल तू रुकना नहीं
जो होना था वो हो गया जो खोना था वो खो गया
ये रोना बोहोत हो गया अब जाने दे
ज़िंदगी ये ख़ास है हरपाल नयी तलाश है
ये अंदर की आवाज़ है इसे आने दे
डर के साथ, जीना भी जीना है क्या
डर के पार, एक है नया जहाँ
आकर जीत सर झुकाए, कुछ ऐसा तू कर दिखा
तू अभी अंगार है, ज्वाला भड़कती बन जा
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
यॅ ए यॅ ए ए यॅ ए यॅ ए ए
ये दिन नये लाएँगे
ये धुन नयी सुनाएँगे
नये रंग फैलाएंगे नया साल नये सपने
नये साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे रुकने
नया साल नये सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
नया साल नये सपने
ये देंगे नहीं मुझे थकने
ये सारे सपने
एक एक पुरे कर छड़ने
ये दिन नये लाएँगे
ये धुन नयी सुनाएँगे
नये रंग फैलाएंगे
नया साल नये सपने
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Mayank Katyal
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid


Tags:
No tags yet