आ आ आ आ
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
पायदळीं कुस्करिल्या या
पायदळीं कुस्करिल्या या
फुलांची कथा ही
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
मनाची व्यथा ही आ आ आ आ
फुलली कलिका आ आ आ
प्रणया मनीं ये भरती
आ आ आ आ
पडतां दवबिंदू तुंटे देंठ पाकळीवरती
आ आ आ आ
उरे एकली ग जुईची लता ही
उरे एकली एकली एकली ग
जुईची लता ही
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
आ आ आ आ
मातींत मिळोनीहि मातींत मिळोनीहि
तुझा गंध दरवळे
तुझा गंध दरवळे
झुलवाया आ आ आ झुलवाया
तुज वारा ग वळवि पाउलें
ग वळवि पाउलें
आ आ आ आ
तुझा जीविता रे पाळणा रिताही
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
आ आ आ आ
प्रीतिफुला बकुळा रे नच पुरता फुललासी
रंगविल्या आठवणी आसवांत उरलासी
आ आ आ आ
जळे जीवनीं या फुलाची चिता ही
जळे जीवनीं या जळे जीवनीं या फुलाची चिता ही
सांगूं कशी ग मनाची व्यथा ही
मनाची व्यथा ही